राजनीति

“जय श्री राम” और “भारत माता की जय” पर डीएमके नेता ए राजा की टिप्पणी, छिड़ा विवाद

भाजपा का आरोप है कि राजा ने "अपमानजनक टिप्पणियां" कीं और भारत की राष्ट्रीयता पर सवाल उठाया है।

द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के वरिष्ठ नेता ए राजा द्वारा “जय श्री राम” और “भारत माता की जय” के नारे के साथ-साथ भारत को एक राष्ट्र के बजाय एक उपमहाद्वीप होने पर टिप्पणी कर के एक नए विवाद को जन्म दे दिया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राजा पर “भारत के विभाजन” का आह्वान करने और मणिपुरियों के बारे में “अपमानजनक टिप्पणियां” करने का आरोप लगाया है, साथ ही भारत की राष्ट्रीयता पर उनके विचारों पर भी सवाल उठाया है।

भारतीय जनता पार्टी के IT सेल के प्रमुख अमित मालवीय द्वारा सोशल मीडिया पर अनुवाद के साथ ए राजा के भाषण का एक वीडियो साझा किया, जहां राजा कथित तौर पर दावा करते हैं कि भारत अपनी विविध संस्कृतियों और परंपराओं के कारण एक राष्ट्र नहीं बल्कि एक उपमहाद्वीप है। उन्होंने कथित तौर पर मणिपुर में लोगों की आहार संबंधी प्रथाओं के बारे में भी टिप्पणी की, जिसे भाजपा ने असंवेदनशील बताते हुए आलोचना की है। ए राजा ने कथित तौर पर आगे कहा कि तमिलनाडु कभी भी “जय श्री राम” और “भारत माता की जय” के नारे स्वीकार नहीं करेगा।

“अगर आप कहते हैं कि यह भगवान है, यह जय श्री राम है, यह भारत माता की जय है, तो हम और तमिलनाडु कभी भी भारत माता और जय श्री राम को स्वीकार नहीं करेंगे… तमिलनाडु स्वीकार नहीं करेगा। आप जाइए और बताइए, हम राम के दुश्मन हैं,” मीडिया एजेंसी की एक रिपोर्ट के हवाले से ए राजा ने कहा।

कांग्रेस की प्रतिकिया

कांग्रेस पार्टी ने ए राजा के बयान की निंदा की है। कांग्रेस पार्टी की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, ”मैं उनकी टिप्पणियों से 100 प्रतिशत असहमत हूं। मैं इस मंच से ऐसे बयान की निंदा करता हूं. मेरा मानना ​​है कि राम सबके हैं और सर्वव्यापी हैं।”

भाजपा का हमला

भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने राजा पर तीखा हमला बोलते हुए उन पर भारत के विचार पर सवाल उठाने और हिंदू देवी-देवताओं का अनादर करने का आरोप लगाया। रविशंकर प्रसाद ने कहा, “उन्होंने (ए राजा) ने कहा कि हम ‘जय श्री राम’ और ‘भारत माता की जय’ को कभी स्वीकार नहीं करेंगे…क्या सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे इससे सहमत हैं? क्या डीएमके इससे सहमत होगी?” अन्य धर्मों के देवी-देवताओं के खिलाफ ऐसी अपमानजनक टिप्पणियाँ करते हैं? हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं…”

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