झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफे के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता चंपई सोरेन को नया मुख्यमंत्री चुना गया।
हेमंत सोरेन पर मनी लॉन्डरिंग के आरोपों के बाद ईडी ने उन्हें बुधवार को सात घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की। पूछताछ के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। राज्यपाल ने भी उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया।
इस बीच, झामुमो विधायक दल ने चंपई सोरेन को अपना नेता चुना। चंपई सोरेन पहले से ही परिवहन मंत्री के रूप में सरकार में शामिल थे।
चंपई सोरेन ने कहा कि उन्होंने 47 विधायकों के समर्थन से झारखंड में नई सरकार बनाने का दावा पेश किया है। उन्होंने कहा कि उन्हें राज्यपाल से बुलाने का आश्वासन मिला है।
हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद झारखंड में राजनीतिक अस्थिरता पैदा हो गई थी। हालांकि, चंपई सोरेन के नेतृत्व में झामुमो गठबंधन सरकार बनने की संभावना है।
विशेषज्ञों का कहना है कि हेमंत सोरेन का इस्तीफा उनके खिलाफ चल रहे मनी लॉन्डरिंग मामले में दबाव को कम करने के लिए एक कदम हो सकता है।
उन्होंने कहा कि चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री बनाकर झामुमो गठबंधन सरकार को स्थिर करने की कोशिश की जा रही है।