भारत के 75वें गणतंत्र दिवस परेड के इतिहास में एक नयी पहल शुरू हुई है। आज पहली बार सेना, नौसेना और वायुसेना की सैन्य पुलिस कोर की महिला सैनिकों की एक टुकड़ी ने कर्तव्य पथ पर मार्च किया है। कैप्टन संध्या (26) के नेतृत्व में इस दल ने सेना की तीनों सेवाओं के बीच संयुक्तता, निष्ठा और तालमेल का प्रतिनिधित्व किया है।
परेड में दिखाए गए हथियार
गणतंत्र दिवस के मौके पर आज सशस्त्र बलों की परेड में मिसाइल, ड्रोन जैमर, निगरानी प्रणाली, वाहन पर लगे मोर्टार और बीएमपी-2 पैदल सेना के लड़ाकू वाहनों और सैन्य उपकरणों का प्रदर्शन किया गया।
तीनों सेवाओं का महिला दस्ता देश के इस सबसे बड़े समारोह में पहली बार शामिल हुआ था। ऐसा पहली बार हुआ है जब पारंपरिक सैन्य बैंड के बजाय परेड की शुरुआत 100 से अधिक महिला कलाकार शंख, नादस्वरम और नगाडा जैसे भारतीय संगीत वाद्ययंत्र बजाकर किया है।
भारतीय वायु सेना के ‘फ्लाई-पास्ट’ के दौरान लगभग 15 महिला पायलट ने भी ‘नारी शक्ति’ का प्रतिनिधित्व किया है। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की टुकड़ियों में भी केवल महिला कर्मी शामिल थी।