हेल्थ टिप्स: क्या है सिरदर्द होने के पीछे की वजह, जानें
सिरदर्द को लेकर आमतौर पर लोग यह बात नज़रअंदाज़ कर देते है की नींद पूरी न होना इसकी वजह है। लेकिन सिरदर्द के पीछे की वजह जानना आपके लिए जरुरी है।
दिनभर की थकान, काम का तनाव, समय से खाना न खाना या कोई अन्य वजह के कारण सिरदर्द होना लाजमी बात है लेकिन क्या अपने कभी गौर किया है कि कभी कभी आप अपने सिरदर्द के पीछे की असली वजह न जानकार उसी हल्के में ही टाल देते है। सिरदर्द की समस्या के कारण लोग अक्सर परेशान रहते हैं। जिससे आपकी दिनचर्या भी काफी प्रभावित रहती है। सिरदर्द के इलाज़ के लिए लोग दवाई, बाम या तेल की मालिश ढूंढ लेते है। लेकिन आपको हो रहे सिरदर्द के पीछे की वजह जानना भी आपके लिए जरूरी है।
आज हम आपको बताएंगे कि सिरदर्द अलग-अलग तरह के होते हैं जिसकी पहचान होना बहुत जरूरी है।
सिरदर्द होने का एक कारण माना जाता है तनाव। व्यक्ति कई बार किसी बात को इतना सोचता है कि इस बात का असर सीधा उसके सर पर होने लगता है और उसको सिरदर्द की समस्या होने लगती है। खास तौर से सामने माथे पर सिर के दोनों तरफ एक लंबे बैंड में एक जैसा बने रहने वाला दर्द होता है। तनाव से होने वाले सिरदर्द में उलटी की समस्या नहीं होती।
सिरदर्द होने का एक दूसरा कारण टेंपोरोमेंडीबुलर ज्वाइंट डिसऑर्डर (TMJ DISORDER ) इसमें सिर के साथ जबड़े के आसपास तेज दर्द होता है। जबड़े या चेहरे पर कसावट, जबड़े का क्लिक करना भी इसके लक्षण हैं। 80% टीएमजे डिसऑर्डर का दर्द किसी अन्य दर्द का नतीजा होता है। यह कम समय के लिए होता है। दांत पीसने पर, चबाने में, बात करने में या जम्हाई लेने में दर्द बढ़ जाता है।
तीसरा कारण है एलर्जी हेडएक जो कि नाक, चीकबोन के आसपास, माथे पर और कान के ऊपर होने वाला एक हल्का दर्द जो लगातार बने रहता है। यह पॉलेन एलर्जी या धूल से एलर्जी के कारण हो सकता है।
सिरदर्द का सबसे बड़ा कारण माइग्रेन भी हो सकता है। यह एक तरह का थ्रॉबिंग दर्द होता है, जिसमें सिर के एक तरफ हल्के धमकते हुए दर्द से शुरुआत होती है और यह धमक बढ़ती जाती है। इसमें उल्टी और मितली जैसे लक्षण भी देखने को मिलते हैं। लाइट देख कर या शोर सुन कर ये दर्द और भी बढ़ जाता है। किसी शारीरिक गतिविधि से भी यह दर्द बढ़ जाता है। यह कुछ घंटों से लेकर कुछ दिन तक रह सकता है।
साइनस भी है एक वजह सिरदर्द की। साइनस के आसपास दर्द महसूस होगा, आंखों और माथे के आसपास दबाव महसूस होता है। सिर झुकाने पर या मोड़ने पर यह सिरदर्द भी बढ़ जाता है।
Disclaimer: ऊपर लिखे हुआ लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से है। किसी भी बीमारी का सही पता करने के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर ले। बिना चिकिस्तक के कोई भी दवाई ना लें।