उत्तराखंड में पुलिसकर्मियों की समस्याओं के निदान के लिए पूर्व डीजीपी द्वारा बनाई गयी व्हाट्सएप व्यवस्था को बंद कर दिया है। अब पुलिस विभाग में दरोगा या इससे कम स्तर के पुलिसकर्मी अपनी विभागियों समस्याओं को लेकर व्हाट्सएप के माध्यम से अपना अनुरोध पत्र नहीं भेज पाएंगे।
अपर पुलिस महानिदेशक प्रशासन अमित कुमार सिन्हा ने आदेश जारी करते हुए कहा कि यह व्यवस्था अनुशासन के दृष्टि से ठीक नहीं थी। इसलिए इस व्यवस्था को तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया गया है।
बता दें कि पूर्व DGP ने पुलिसकर्मियों की समस्याओं के निदान के लिए यह व्यवस्था बनाई थी। जिसमें वह अपनी विभागीय समस्या को जारी किये हुए व्हाट्सएप नंबर (9411112780 ) पर बता सकते थे। और हफ्ते में एक दिन मुख्यालय स्तर पर इसकी सुनवाई होती थी।
वहीं अब नए DGP बने आईपीएस अभिनव कुमार ने पूर्व में शुरू हुई इस व्यवस्था पर अंकुश लगा दिया है। अब पुलिसकर्मियों को अपनी समस्या पहले थाना प्रभारी को बतानी होगी जिसके बाद यह बात एसएसपी और फिर डीजीपी को बतानी होगी। यदि फिर भी समस्या का समाधान नहीं होता तो सम्बंधित दरोगा या उससे नीचे के कर्मचारी एसएसपी से अनुमति प्राप्त कर निर्धारित वर्दी में पुलिस मुख्यालय में उपस्थित होकर अपनी समस्याओं से अवगत करा सकता है।