हरिद्वार में हर की पैड़ी पर दिल्ली से भागकर आए नाबालिग भाई-बहन को एएचटीयू के मुख्य आरक्षियों ने सुभाष घाट पर भीख मांगते देखा गया। जिस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए मानव तस्करी निरोधक दस्ता (AHTU) की टीम ने दोनों को रेस्क्यू कर परिजनों की तलाश कर उन्हें हरिद्वार बुलाया गया।
सीओ सीटी जूही के अनुसार एएचटीयू के मुख्य आरक्षी को गश्त के दौरान यह बच्चे मिले जिनकी उम्र 10 वर्षीय और 14 वर्षीय है। पूछताछ में दोनों ने बताया कि वह खजूरी खास, उत्तर पूर्वी दिल्ली के रहने वाले है और घर से बिना बताए वह हरिद्वार आ गए। उनके पिता को सूचित कर दिया गया है।
परिजनों से संपर्क होने पर दोनों बच्चों के पिता सोमवार को ही हरिद्वार पहुंच कर बच्चों को अपने साथ ले गए। वही पिता ने बताया कि उनकी पत्नी का छह साल पहले निधन हो चुका है। वह काम की तलाश में कहीं बाहर गया था। जब वापस घर आया तो मकान मालिक ने बताया कि बच्चे पांच दिन से घर ही नहीं आए हैं। इसके बाद से वह खुद उन्हें तलाश रहा था।