राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने कर्नाटक और महाराष्ट्र में 44 स्थानों पर व्यापक छापेमारी की, जिसमें ISIS साजिश मामले के सिलसिले में 13 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। इस ऑपरेशन में कर्नाटक में एक, पुणे में दो, ठाणे ग्रामीण में 31, ठाणे शहर में नौ और मीरा भयंदर में एक छापेमारी शामिल थी जिसमें चरमपंथी समूह ISIS से जुड़े आपराधिक साजिश में शामिल होने के संदेह में व्यक्तियों को निशाना बनाया गया।
NIA द्वारा पिछले महीने पुणे में ISIS से जुड़ी साजिश में शामिल सात लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था। आरोपी अपनी आतंकी और हिंसा-संबंधी गतिविधियों को आगे बढ़ाने के इरादे से आतंकी संगठन के लिए धन इकट्ठा करने और जुटाने में शामिल थे।
आरोपियों पर ISIS के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने और आतंकवादियों को शरण देने का आरोप था । उनके पास से भारी मात्र में विस्फोटक उपकरण (IED) और गोला-बारूद भी जब्त किया गया था ।
आरोपियों पर गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए), विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, शस्त्र अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं।
एक अलग मामले में अक्टूबर में, दिल्ली पुलिस ने इस्लामिक स्टेट (IS) के आतंकवादी शाहनवाज आलम को गिरफ्तार किया था, जो पुणे ISIS मॉड्यूल मामले में NIA द्वारा वांछित था। NIA द्वारा आलम पर 3 लाख रुपये का इनाम घोषित करने के कुछ ही दिन बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था। आलम के पास संभावित रूप से खतरनाक रसायन पाए गए, जो इन समूहों द्वारा उत्पन्न खतरे की गंभीरता को उजागर करता है।
वही अगस्त में, NIA ने शमिल साकिब नाचन नामक एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया और उसके आवास से आपत्तिजनक सामग्री जब्त की थी ।
इससे पहले, NIA ने पूरे भारत में आतंकी हमले करने की ISIS की कथित साजिश के सिलसिले में कर्नाटक के नौ लोगों के खिलाफ अपना पहला आरोप पत्र दायर किया था। इनमें से पांच आरोपी तकनीकी पृष्ठभूमि से थे और उन्हें संभावित भविष्य के हमलों के लिए रोबोटिक्स कौशल सीखने का काम सौंपा गया था।