उत्तराखंड में मानव-जीव संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन आदमख़ोर जीव इंसानों को अपना निवाला बना रहे है। एक बार फिर ऐसी ही खबर सामने आ रही है नैनीताल कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व के ढेला के जंगलों से जहां लकड़ी बीनने गई महिला बाघ को बाघ घसीटकर ले गया। महिला को तलाशने पर उसका शव घटनास्थल से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर बरामद किया गया।
जानकारी मुताबिक पटरानी (कारगिल) गांव की तीन महिलाएं दोपहर करीब तीन बजे कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के रेस्क्यू सेंटर के ढेला के जंगलों की ओर लकड़ी बीनने गई थी। वहीं अनीता पत्नी रमेश राम (35 वर्ष) लकड़ी बीनते हुए जंगल में दूर निकल गई। काफी देर तक अनीता के वापस न लौटने पर साथी महिलाओं ने ग्रामीणों को सूचित किया। ग्रामीणों द्वारा सूचना मिलते ही वनकर्मियों की टीम ने मौके पर पहुंच छानबीन शुरू कर दी।
एसडीओ कालागढ़ डॉ. शालिनी जोशी, ढेला रेंजर अजय कुमार ध्यानी सहित वनाधिकारियों की टीम जंगल में महिला को तलाश करने में जुट गई। वनकर्मियों को तीन घंटे बाद महिला का शव ढेला रेंज के बेलघट्टी क्षेत्र में झाड़ियों में पड़ा मिला।
वही इस घटना इस घटना से परिजनों में मातम के साथ साथ वन विभाग के प्रति रोष भी है। उनका कहना है कि वन विभाग ग्रामीणों को सुरक्षा देने में नाकाम हो रहा है। साथ ही उन्होंने इस पुरे मामले की कार्रवाई की भी मांग करी है।
निदेशक कॉर्बेट टाइगर रिजर्व, डॉ. धीरज पांडेय ने बताया कि लकड़ी बीनने गयी महिला को बाघ ने निवाला बना दिया। वही मृतका के परिजनों को मुआवजा दिया जाएगा। वहीं विभागीय कर्मियों के मना करने पर भी ग्रामीण जंगल जाना बंद नहीं कर रहे हैं।