उत्तरकाशीउत्तराखंड

Uttarkashi Tunnel Collapse Update: सुरंग भसकने की आशंका से ड्रिलिंग का काम रोका, इंदौर से आज आएगी स्पेशल मशीन 

उत्तरकाशी में सिल्क्यारा सुरंग दीपावली के दिन ढहने से वहाँ पर 40 मजदूर फंसे हुए हैं। बचाव दल मलबे में 25 मीटर तक पहुंच गया है, लेकिन सुरंग भसकने की आशंका के कारण ड्रिलिंग कार्य रोक दिया गया है। इंदौर से मांगी गई एक और हेवी-ड्यूटी ड्रिलिंग मशीन शनिवार को पहुंचेगी।

उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को निकालने के लिए चल रहा ड्रिलिंग का कार्य शनिवार को रोक दिया गया।  सुरंग बनाने के लिए पाइप बिछाने के दौरान एकाएक सुरंग के भीतर पहाड़ दरकने की तेज आवाज सुनाई दी। इसको देखते हुए ड्रिलिंग का काम रोक दिया गया है। सुरंग में मलबे में 25 मीटर तक पहुंचने के बाद बचाव दल के सामने कई तरफ की चुनौतियां आ रही हैं।

सुरंग बनाने वाली कंपनी एनएचआईडीसीएल के निदेशक अंशू मनीष खुल्को ने मीडिया को बताया कि फंसे हुए श्रमिकों तक पहुंचने के लिए ड्रिलिंग का कार्य फिलहाल निलंबित है। इसे रोकने के पीछे का कारण मशीन की खराबी नहीं है।

इस सुरंग में फंसे हुए श्रमिकों को निकालने के लिए पाइपलाइन डालने का काम पिछले तीन दिनों से चल रहा था। अब तक केवल 25 मीटर पाइप बिछाने का काम पूरा हुआ है। जबकि सुरंग में मलबा करीब 70 मीटर तक है। लगातार जारी रेस्क्यू में कई मुसीबतें आ रही हैं। कभी मशीन खराब हो रही है, तो कभी सुरंग भसक रही है।

कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक ढह गई सुरंग के 40 मीटर तक शॉटक्रेटिंग (कंक्रीट छिड़काव) के साथ खुदाई का काम चल रहा है और 10 मीटर पर एक गुफ़ा बन गई है। यहां रास्ता बनाने का काम किया जा रहा है। पाइप डाली जा रही है, जिससे फंसे हुए मजदूरों को बाहर निकाला जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि मध्य प्रदेश के इंदौर से मांगी गई एक और हेवी-ड्यूटी ड्रिलिंग मशीन शनिवार को पहुंचेगी।

एनएचआईडीसीएल के प्रबंध निदेशक के शनिवार को घटना स्थल पर पहुंचने की उम्मीद है। एनएचआईडीसीएल वह कंपनी है जो इस टनल को बना रही है। 4531 मीटर लंबी सिल्क्यारा सुरंग सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की चारधाम परियोजना का हिस्सा है और राडी पास क्षेत्र के तहत गंगोत्री और यमुनोत्री को जोड़ेगी।

उत्तरकाशी सुरंग हादसे में फंसे मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए बचाव दल लगातार प्रयास कर रहा है। हालांकि, सुरंग भसकने की आशंका के कारण ड्रिलिंग कार्य रोक दिया गया है। इंदौर से आने वाली नई मशीन से बचाव कार्य को तेज करने की कोशिश की जाएगी।

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