उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के मौके पर राजधानी दून हुई करोड़ों की लूट मामले में दून पुलिस अपराधियों की धड़पकड़ में दिन रात लगी हुई है। बदमाश ज्वेलरी शोरूम से करीब 14 करोड़ के ज्वेलरी लेकर फरार हो गए थे। घटना के दिन से ही दून पुलिस लगातार बदमाशों की कुंडली खोजने में जुटी है। पुलिस की विभिन्न टीमें बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल सहित विभिन्न राज्यों में लगातार दबिश दे रही है।
वही लगातार दबिश दे रही दून पुलिस के हाथो एक बड़ी कामयाबी लगी है। बिहार से दून में लूट की घटना करने वाले बदमाशों को फंडिग, मोबाइल, वाहन सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने वाले गैंग के दो सदस्यों अमृत और विशाल को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बिहार में जिस हाइड आउट कंट्रोल हाउस से पूरा गैंग संचालित होता है, उसमें दबिश देकर घटना में शामिल बदमाशों के बारे में महत्वपूर्ण सुबूत जुटा लिए हैं।
बिहार में दून पुलिस द्वारा गिरफ्तार अभियुक्त अमृत के मोबाइल से बरामद हुआ है, साथ ही विशाल कुमार को भी लॉजिस्टिक मुहैया कराने और घटना के साक्ष्य जैसे अभियुक्त द्वारा घटना के दौरान पहने कपड़े, टोपी आदि के साथ षड्यंत्र में शामिल होने पर गिरफ्तार किया गया है अभियुक्त विशाल गैंग के सदस्यों को वर्चुअल फोन प्रोवाइड करवाता था जिससे गैंग के सदस्यों का लोकेशन ट्रेस करना काफी मुश्किल था।
सुबोध गैंग के सदस्य घटनाओं को करने के लिए या तो चोरी की गाड़ियों का इस्तेमाल करते हैं या फर्जी आईडी पर ओएलक्स से गाड़ियां खरीद कर उन गाड़ियों से घटनाओं का अंजाम देते हैं। देहरादून में आरोपियों ने चोरी की वाहनों का इस्तेमाल किया गया था। जबकि लातूर व कटनी में ओएलएक्स के माध्यम से फर्जी आईडी पर गाड़ियां खरीदी गईं थीं।
वही अब इस बात से अंदाज़ा लगाया जा सकता है की जल्द ही पुलिस मुख्य आरोपियों तक पहुंच सकती है जिन्होंने शोरूम में घुस कर करोड़ो की चोरी को अंजाम दिया था।