पिटकुल विभाग के JE ने की सुसाइड, पुलिस द्वारा छानबीन जारी
पिटकुल विभाग में एक JE की सुसाइड का मामला सामने आया है। अभी सुसाइड के पीछे के कारणों का पता नहीं चल पाया है। पिछले दिनों पिटकुल विभाग के एक अधिकारी की पत्नी ने पिटकुल के M.D. पर गंभीर आरोप लगाए थे।
बीते दिनों पिटकुल विभाग के एक अधिकारी की पत्नी ने पिटकुल के M.D. पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था की पिटकुल विभाग में काफी लंबे समय से अधिकारियों से जबरन गैर कानूनी और अनऑथराइज्ड काम करवाया जा रहा है । इन सबके बीच अब विभाग में JE के पद पर तैनात एक व्यक्ति के सुसाइड की खबरें आई है। हालांकि अभी सुसाइड के पीछे के कारण स्पष्ट नहीं है। मामले में पुलिस द्वारा छानबीन जारी है ।
पुलिस के अनुसार विनोद नेगी पुत्र राजपाल नेगी निवासी लेन न0 3 कण्डोली रायपुर देहरादून उम्र 46 वर्ष द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या की गई है । उसके परिजन उसे मैक्स अस्पताल ले गये जहां चिकित्सकों के द्वारा उसे मृत घोषित कर दिया गया । रायपुर पुलिस द्वारा मृतक की पंचायतनामा कार्यवाही की गयी। जानकारी करने पर ज्ञात हुआ है कि मृतक बिजली विभाग में सब स्टेशन माजरा पटेलनगर देहरादून में जे0ई0 के पद पर नियुक्त था। आत्महत्या के कारणों की जांच की जा रही है।
बीते दिनों पिटकुल विभाग में सीनियर इंजीनियर के पद पर कार्यरत सूर्य प्रकाश आर्य की पत्नी ने M .D. पी .सी ध्यानी पर गंभीर आरोप लगाए थे । सूर्य प्रकाश आर्य की पत्नी ने बताया था की उनके पति सूर्य प्रकाश आर्य जो की B. Tech. IIT से इंजीनियरिंग करके पिटकुल विभाग में सीनियर इंजीनियर पर कार्यरत हैं, से जबरन पेपर पर साइन करवाया जा रहा है।
सूर्य प्रकाश आर्य की पत्नी के अनुसार उनके पति को पेपर ठीक से देखने तक की मोहलत नहीं दी जा रही है और उनके ऊपर मानसिक दबाव भी बनाया जा रहा है , साथ ही उनको नौकरी से निकलवाने की धमकी भी दी जा रही है। इन सबको लेकर उन्होंने पिटकुल के M .D. पी .सी ध्यानी पर गंभीर आरोप लगाए थे। सूर्य प्रकाश आर्य की पत्नी ने कहा था की उनके पति के साथ जो भी घटनाएं घटित हो रही है उसके पीछे M. D. पी.सी. ध्यानी का हाथ है।
पिटकुल विभाग काफी लंबे समय से लगातार विवादों में चल रहा है । इससे पहले रुड़की में पिटकुल के यार्ड में किसी प्रशिक्षित इंजीनियरिंग या तकनीकिशन से कार्य करने के बजाए एक अप्रशिक्षित सिक्योरिटी गार्ड से कार्य कराया जा रहा था, जिससे अचानक वह विद्युत के झटके की चपेट में आ गया था और पूरी तरह झुलस गया था। कई देर तक अधिकारियों ने मामले को दबाने की कोशिश भी की थी ।
बता दें कि पिटकुल में जब से उच्च स्तर पर एक गैर तकनीकी और गैर इंजीनियर की नियुक्ति हुई है, तभी से पिटकुल विवादों के घेरे में आ रहा है । झाझरा विद्युत सब स्टेशन माजरा सब स्टेशन में आग की घटनाओं समेत अन्य कई जगह पर ट्रिपिंग के मामलों से भी यह साबित हो चुका है। कई बार शिकायतों के बावजूद विभाग में कार्यवाही के नाम पर कुछ नहीं होता । शासन प्रशासन भी विभाग के सामने मुकदर्शक बना हुआ है।