केश पर क्लेश : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के बयान से नाराज कांग्रेस के नेता केश काटकर सीएम को भेजेंगे
अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में कांग्रेस की महिला नेत्रियों द्वारा केश उतारने के मामले से प्रदेश में राजनीतिक माहौल गर्मा गया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के बयान के बाद, कांग्रेस ने भी पलटवार किया है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के हाल के बयान ने उत्तराखंड की राजनीति में तहलका मचा दिया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट की टिप्पणियों के बाद, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने केश (बाल काटने) के मुद्दे को राजनीतिक माहौल में घसीट दिया है।
कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस से वार्ता करते हुए गणेश गोदियाल ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को सनातन धर्म की जानकारी नहीं है और वह अपनी पार्टी के काले कारनामों को छुपाने के लिए छोटा मुंह, बड़ी बात कर रहे हैं। कांग्रेस नेत्रियों द्वारा केश दान को वह सनातन धर्म से जोड़कर अपने अज्ञान का परिचय दे रहे हैं।
गोदियाल ने कहा कि जब यूपीए सरकार में सोनिया गांधी के प्रधानमंत्री बनने की बात आई थी, तब उन्हीं की पार्टी की वरिष्ठ महिला नेता रहीं सुषमा स्वराज ने सोनिया के पीएम बनने पर अपने बाल कटवाने की शपथ ली थी।
इससे पहले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने बहिनों के बाल उतरवाने के लिए कांग्रेस प्रदेश नेतृत्व को देवभूमि की मातृशक्ति के अपमान का दोषी बताया था । उन्होंने कहा था की सनातनी संस्कृति व विशेषकर देवभूमि में महिला के केश उतारना, पाप की श्रेणी में आता है। इस पाप का भागीदार कांग्रेस प्रदेश नेतृत्व है जिनके निर्देशों और उकसावे पर बहिनों ने यह सब किया।