विधानसभा बर्खास्त कार्मिकों को समर्थन देने पहुँचे कांग्रेस विधायक हरीश धामी
देहरादून- धारचूला से कांग्रेस विधायक हरीश धामी ने मंगलवार को कार्मिकों को समर्थन देते हुए उनकी आवाज बुलन्द की| धामी ने स्पीकर द्वारा अपनाए गए दोहरे मापदंड का विरोध किया उन्होंने कहा की बर्खास्त कार्मिकों के साथ की गई एक पक्षीय कार्यवाही बर्दास्त नही की जाएगी| कार्मिकों द्वारा धरनास्थल पर विधानसभा अध्यक्ष के लिए बुद्धि शुद्धि यज्ञ* भी किया गया
विधानसभा से निर्दोष बर्खास्त कार्मिकों का धरना लगातार 37 वें दिन भी जारी रहा। इस दौरान हरीश धामी ने धरनास्थल पर पहुंच कर समर्थन दिया|उन्होंने कहा कि जब विधानसभा में राज्य गठन से एक ही प्रक्रिया नियुक्ति में अपनायी गई तो फिर 2016 के बाद वाले कार्मिकों के खिलाफ कार्यवाही करना सरासर गलत है|आज जो कार्मिक सड़को पर है इन्होंने पिछले सात साल से अपनी सेवाएं पूरी ईमानदारी से विधानसभा को दी| स्पीकर द्वारा फैसला बिना सोचे समझे जल्दबाजी में लिया गया है, उन्हे चाहिए की इस फैसले पर पुनर्विचार किया जाए। उन्होंने कहा कि महाधिवक्ता द्वारा भी 2016 से पहले की भर्तियों पर राय देने से इनकार किया गया है अब जो भी फ़ैसला लेना है वो स्पीकर को ही लेना है| धामी ने कहा कि विधानसभा अध्य्क्ष एक मातृ शक्ति है उन्हे माँ जैसा बड़ा ह्रदय दिखाते हुए लोगों को बेघर होने से बचाना चाहिए
मंगलवार को निर्दोष बर्खास्त कर्मचारियों ने विधानसभा के लिए बुद्धि शुद्धि यज्ञ भी किया जिसमें कार्मिकों ने आहुति डालकर अपने लिए न्याय की मांग की साथ ही स्पीकर के विवेकशील होने की कामना की| कार्मिकों का कहना है कि स्पीकर ने 2001 से 2015 तक नियुक्ति मामले पर महाधिवक्ता की रिपोर्ट को 15 दिन तक छुपाया जो उनकी कार्यशैली पर बड़ा प्रश्नचिह्न खड़ा करता है
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अधिकार दौरान हरीश भट्ट, राजकिशोर, उमेश चंद, पंकज सिंह धोनी, अमित स्वप्निल सिंह , कैलाश अधिकारी, किरण, दया नगरकोटी, गीता नेगी, ललित मोहन सिंह जीवन सिंह सरोज, कोविद बगड़वाल गोपाल कपिल सिंह धोनी मोनिका सेमवाल आदि समस्त बर्खास्त कार्मिक उपस्थित रहे।