उत्तराखंड दारोगा भर्ती मामले में 7 साल बाद एक्शन, 20 सस्पेंड

Daroga Bharti 2015 Case :  वर्ष 2015 में हुई पुलिस दारोगा भर्ती परीक्षा के मामले में 7 साल बाद एक्शन हुआ है। 20 संदिग्ध दारोगाओं को सस्पेंड कर दिया गया है। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर डॉ. वी मुरुगेशन ने संबंधित आदेश जारी किया है। जिलों के पुलिस कप्तानों को निलंबन के निर्देश भेज दिए गए हैं।

विजिलेंस की शुरुआती रिपोर्ट में 20 इंस्पेक्टर के नाम सामने आए हैं, जिन्होंने धोखाधड़ी और नकल से यह परीक्षा उत्तीर्ण की थी। वर्ष 2015 में 339 दारोगाओं की भर्ती हुई थी। UKSSSC की भर्ती घपले की जांच के बाद गिरफ्तार नकल माफिया से एसटीएफ की पूछताछ में इस भर्ती परीक्षा में नकल की बात उजागर हुई।

दारोगा भर्ती की जिम्मेदारी गोविंद बल्लभ पंत यूनिवर्सिटी को दी गई थी। जांच के बाद इस मामले में यूनिवर्सिटी का एक रिटायर्ड अधिकारी भी गिरफ्तार किया गया था। इस भर्ती प्रकरण से हाकम सिंह रावत का नाम भी जुड़ा है।

एडीजी द्वारा जारी आदेश के अनुसार संदिग्ध दारोगा जांच पूरी होने तक निलंबित रहेंगे। इस बारे में एडीजी डॉ. वी मुरुगेशन ने संबंधित जनपदों के कप्तानों को निर्देश दिए हैं। बताया जा रहा है कि इस एक्शन के बाद संबंधित दारोगाओं में हड़कंप मच चुका है।

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