एनटीपीसी के प्रोजेक्ट से जोशीमठ में घमासान : लोग लगातार जता रहे हैं विरोध
जोशीमठ में तबाही की वजह तपोवन विष्णुगाड़ जलविद्युत परियोजना को माना जा रहा है । हालांकी निर्माणाधीन परियोजना पर फिलहाल रोक लग गई है लेकिन आपदा प्रभावितों और स्थानीय लोगों के मन में एन.टी.पी.सी को लेकर गुस्से का उबाल है । अब संभव है की एन.टी.पी.सी का यह प्रोजेक्ट खतरे में पड़ सकता है ।
दरअसल राष्ट्रीय जलविज्ञान संस्थान रूड़की के वैज्ञानिक जोशीमठ में हो रहे पानी के रिसाव और निर्माणाधीन टनल के सैंपल्स लेकर जांच कर रहे हैं और अगर दोनों सैंपल्स मैच हो जाते हैं तो यह परियोजना खतरे में पड़ सकती है ।
पहले ही स्थानीय लोगों ने एन.टी.पी.सी के खिलाफ जंग छेड़ रखी है और फिर पुष्टि होने पर इस विनाश से प्रभावित लोग आगे क्या कदम उठाएंगे ये एक बड़ा सवाल है ।
1976 में मिश्रा कमेटी की रिपोर्ट में कहा गया था की जोशीमठ में जमीन के नीचे कोई बड़ा निर्माण कार्य नहीं होना चाहिए लेकिन वहां पर पिछले कुछ दशकों में किस स्तर पर निर्माण कार्य हुए इससे सब भलि-भांति परिचित हैं । लोगों का कहना है की टनल निर्माण के लिए हो रही ब्लास्टिंग से जोशीमठ हिल रहा है ।