जोशीमठ : नगर के सबसे सुरक्षित मारवाड़ी मोहल्ले में भी भू-धंसाव शुरु
जोशीमठ की धरती पर पड़ी दरारों से फूटने लगा पानी
जोशीमठ : नगर के भू धंसाव से सुरक्षित मोहल्ले मारवाड़ी में भी भू-धंसाव शुरु हो गया है। यहां भू-धंसाव से धरती में पड़ी दरारों से पानी फूटने लगा है। जबकि नगर के अन्य मोहल्लों में बीते कई दिनों से हो रहे भू धंसाव मनोहरबाग में खतरे की जद में आये 6 परिवार अब दर ब दर हो गए हैं। हालांकि प्रभावितों की स्थिति को देखते हुए पालिका और प्रशासन ने परिवारों को पालिका गेस्ट हाउस में शिफ्ट कर दिया है। लेकिन नगर के 6 सौ से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करना प्रशासन के लिये बड़ी चुनौती बना हुआ है।
जोशीमठ नगर में हो रहा भू-धंसाव दिनोंदिन बढ रहा है। सोमवार की रात्रि नगर के सुरक्षित माने जाने रहे मारवाड़ी वार्ड में भी भू-धंसाव शुरु हो गया है। यहां सक्रीय हुए भू-धंसाव से जेपी कम्पनी के आवासीय भवनों (प्रीफेब्रिकेटड हट) पर जहां दरारें आ गई हैं। वहीं आसपास कई स्थानों पर जमीन से मटमैला पानी फूट रहा है। वहीं नगर में पुलिस थाने, टैक्सी स्टैण्ड, आर्मी हास्पीटल, पोस्ट आॅफिस के आसपास भी दरारें पड़ने लगी है। सिंहधार में सोमवार को रात्रि के समय हुए भू-धंसाव के बढने के कड़ाके की ठंड में रघुनाथ सिंह, मोहन सिंह, दिगम्बर सिंह, देवेंद्र सिंह व हेमलता ने अपने बच्चों के साथ बदरीनाथ हाईवे पर अलाव के सहारे रात गुजारी। हालांकि मंगलवार को पालिका अध्यक्ष शैलेंद्र पंवार की पहल पर सिंहधार के प्रभावित परिवारों को नगर पालिका के गेस्ट हाउस में शिफ्ट कर लिया गया है।
नगर पालिका अध्यक्ष शैलेंद्र पंवार व सभासद प्रदीप भट्ट ने बताया की सोमवार से नगर के सभी हिस्सों में भू-ध्ंासाव तेज हो गया है। जिससे नगर में 1 फीट से 5 फिट तक की चैड़ी दरारें पड़ने से नगर की बड़ी आबादी खतरे की जद में आ गई है। कहा कि यदि शीघ्र नगर के प्रभावित लोगों को शिफ्ट नहीं किया जाता तो बड़ी अनहोनी होने का खतरा बना हुआ है।
नगर में हो रहे भू-धंसाव को देखते प्रभावितों को सरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने के लिये बीकेटीसी गेस्ट हाउस, शंकराचार्य मठ, पर्यटन विभाग के भवन अन्य सरकारी भवनों को चयनित किया गया है। प्रभावितों को प्राथमिकता के आधार सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जाएगा।