उत्तराखंड में कड़ाके की सर्दी का सितम जारी
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, आने वाले 24 घंटों के दौरान मौसम शुष्क बना रहेगा। दो से तीन दिन तक तापमान में बड़ा बदलाव आने की संभावना नहीं है। रविवार को केदारनाथ, तुंगनाथ, हर्षिल, पिथौरागढ़, मुनस्यारी जैसे ऊंचाई वाले क्षेत्रों के गांवों में सुबह के समय नलों में पानी जम गया। ऐसे में ग्रामीण बर्फ को पिघलाकर पीने के पानी की व्यवस्था कर रहे हैं। उत्तरकाशी जिले के यमुनोत्री और हर्षिल में झरने, गदेरे जम गए हैं। देहरादून व हरिद्वार में न्यूनतम तापमान में क्रमश: तीन व पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई है। यहां के लोग सुबह और शाम को कड़ाके की ठंड से परेशान हैं। देहरादून में न्यूनतम तापमान 4.1 डिग्री दर्ज किया गया। जबकि ऊधमसिंह नगर में यह 2.7 डिग्री सेल्सियस रहा।
अल्मोड़ा में दिसंबर का महीना है। ऐसे में लगातार ठंड में इजाफा हो रहा है। साथ ही ठंड के इस मौसम में जिले की सड़कों पर पाले की सफेद चादर बिछने लगी है, जो दुर्घटना का कारण बन रही है।
सड़कों पर बिछ रही पाले की सफेद चादर
जिसके बाद जिले की विभिन्न सड़कों पर गिरे पाले में वाहन फिसल रहे हैं। खतरे को देखते हुए लोनिवि भी सजग हो गया है। विभाग ने पाला संभावित क्षेत्रों में नमक और चूने का छिड़काव शुरू कर दिया है। वहीं वाहन चालकों को भी सावधानी से वाहन चलाने की अपील की है।