कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी पर लगाये आरोप
विधानसभा सत्र दो दिन मे स्थगित किये जाने पर अभी भी सियासत जारी है। आज कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने भी सत्र दो दिन मे खत्म किये जाने पर विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी पर सवाल खड़े किये। उन्होनें कहा कि अध्यक्षा का कहा है कि बिजनेस नहीं था इस वजह से सत्र को दो दिन में ही समाप्त करना पड़ा किंतू सच ये है की सदन मे चर्चा करने को मुददे इतने थे की सत्र के लिए 15 दिन भी कम पड़ते।
गोदियाल ने कहा कि बिगड़ती क़ानून व्यवस्था पर विपक्ष को सदन में चर्चा नहीं करने दी गई। दो दिन में सरकार ने सत्र को जानबूझकर समाप्त किया ताकि विभिन्न ज्वलंत मुद्दों पर विपक्ष चर्चा न कर पाए। इसके अलावा गोदियाल ने अंकित हत्याकांड, यूकेएसएसएससी भर्ती घोटाला, सहकारिता घोटाला, अतिथि शिक्षकों जैसे विभिन्न मुद्दों पर सरकार पर सवाल खड़े किये।
गणेश गोदियाल ने प्रेस वार्ता कर कहा कि बिगड़ती कानून व्यवस्था पर विधानसभा मे चर्चा का समय नहीं दिया जाने का आरोप लगाया है। साथ ही संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के सदन मे अंकिता हत्याकाड़ पर दिये गये बयान “वीआईपी नहीं था, कमरा वीआईपी था” पर भी आपत्ति जताई है। गोदियाल का कहना है की UKSSSC भर्ती घोटाले में आरोपियों को जमानतें मिलना सरकार की लचर पैरवी है। सरकार नहीं चाहती है कि भर्ती घोटाले कि जांच सीबीआई को दी जाए।
उन्होनें सहकारिता भर्ती घोटाले में भी आपत्ति जताते हुए कहा कि जांच हो चुकी लेकिन मंत्री नहीं चाहते है कि इसपर कार्रवाई हो। साथ ही गणेश गोदियाल ने मंत्री धन सिंह रावत और प्रेमचंद अग्रवाल को पद से हटाकर सहकारिता और विधानसभा भर्ती घोटाले की निष्पक्ष जांच करने की मांग की है। सिंचाई विभाग में अवर अभियंताओं की भर्ती जल्द करने की भी मांग की है।