साधु संत ने किया धर्मांतरण कानून का स्वागत,अन्य राज्य उत्तराखंड सरकार से ले सीख
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार द्वारा धर्मांतरण कानून में बदलाव करके धर्मांतरण कराने वाले को दस की सजा और 50 हजार तक के जुर्माने की सजा तय कर दी है हरिद्वार के साधु संतो ने धामी सरकार के इस फैसले का स्वागत किया और इस फैसले को ऐतिहासिक बताया है धामी सरकार का आभार व्यक्त करते हुए साधु संतो ने कहा कि इससे प्रदेश में धर्मांतरण पर रोक लगेगी आज बड़े स्तर पर साजिश के तहत भारत में धर्मांतरण कराया जा रहा है सनातन धर्म के लोग सबसे ज्यादा इसके शिकार हो रहे है
शंकराचार्य राजराजेश्वर द्वारा सरकार द्वारा लाए गए धर्मांतरण कानून का स्वागत किया गया इनका कहना है कि भारत विश्व का एकमत्र धर्म परायण देश है आज भारत में धर्मांतरण को लेकर ईसाई और मुस्लिम कुटिल चालें चल रहे है उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा धर्मनिरपेक्षता को खत्म करने के लिए सदन में धर्मांतरण कानून को कठोर बनाया है इसके लिए मैं उनको साधुवाद देता हूं और अपेक्षा करता हूं इसी तरह का कानून और भी प्रदेशों द्वारा बनाया जाएगा
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी का कहना है कि उत्तराखंड हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण स्थान है यहां पर अल्पसंख्यक भी काफी संख्या में रहते हैं भविष्य में बलपूर्वक धर्म परिवर्तन कराया जाता है वो ना हो इसको लेकर उत्तराखंड विधानसभा में सर्वसम्मति से इस कानून को पास किया इसके लिए मैं उत्तराखंड सरकार और सभी विधायकों को धन्यवाद देता हूं भारत देश में कई राज्य ऐसे हैं जहां पर हिंदू अल्पसंख्यक हो गए हैं उसके लिए धर्मांतरण कानून जरूरी है मैं आशा करता हूं अन्य राज्य भी इस तरह का कानून बनायेगे ताकि हिंदू सुरक्षित रह सके उत्तराखंड सरकार द्वारा कानून में जो धाराएं लगाई गई है वह बहुत ही सराहनीय है
निरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर महंत ललितानंद गिरी का कहना है कि दूसरे धर्म के लोग हिंदू धर्म के लिए बड़ा षड्यंत्र रच रहे है और सनातन धर्म से जुड़े लोगों को अपने धर्म से जोड़ रहे हैं हमारे धर्म के लोग गुमराह होकर अपने धर्म को छोड़ रहे हैं इस कानून के बनने के बाद हमारे धर्म के लोग गुमराह नहीं होंगे धर्मांतरण करवाने वाले लोगों को अब सोचना पड़ेगा इस कानून को बनाने के लिए में उत्तराखंड सरकार और मुख्यमंत्री का धन्यवाद देता हूं
धर्मांतरण कानून को लेकर पूरे देश में सनातन परंपरा से जुड़े लोग सरकार से इस कानून को बनाने की लगातार मांग कर रहे थे उत्तराखंड सरकार द्वारा धर्मांतरण को लेकर पहला और सख्त कानून बनाया गया है इसको लेकर संत समाज भी उत्तराखंड सरकार का धन्यवाद कर रहे हैं इसके साथ ही संतो ने भारत के अन्य राज्यों से भी इस तरह के कानून बनाने की मांग की है अब देखना होगा उत्तराखंड सरकार द्वारा बनाए गए धर्मांतरण कानून के बाद क्या धर्मांतरण रुक सकेगा यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा