उत्तराखंड में एक बार फिर लगा महंगाई का करंट : साल भर में तीसरी बार बढे बिजली के रेट

उत्तराखंड में एक बार फिर आम जनता पर महगाई का बोझ डाला जा रहा है जी हाँ एक साल में तीसरी बार बढ़ा बिजली का रेट, अब इतना ज्यादा देना होगा प्रति यूनिट बिजली का बिल

उत्तराखंड में बिजली के दाम एक बार फिर बढ़ा दिए गए। कोयला और गैस महंगी होने के कारण फ्यूल चार्ज एडजस्टमेंट के तहत बिजली दरों में औसत सात पैसे प्रति यूनिट का इजाफा हुआ है। अक्टूबर से लागू होंगी।

उत्तराखंड में बिजली के दाम एक बार फिर बढ़ा दिए गए। कोयला और गैस महंगी होने के कारण फ्यूल चार्ज एडजस्टमेंट के तहत बिजली दरों में औसत सात पैसे प्रति यूनिट का इजाफा हुआ है। ये दरें एक अक्तूबर से लागू होंगी। एक साल में बिजली की दरों में तीसरी बार इजाफा किया गया है। यूपीसीएल के एमडी अनिल कुमार ने नई दरों के अनुसार बिल तैयार करने का आदेश दे दिया है।

विद्युत नियामक आयोग हर तीन महीने में फ्यूल चार्ज एडजस्टमेंट के तहत दरें निर्धारित करता है। एक अक्तूबर से 31 दिसंबर के लिए एफसीए की दरें घोषित कर दी गई हैं। घरेलू उपभोक्ताओं से अब दस पैसे, कामर्शियल से 15 पैसे, सरकारी संस्थानों से 14 पैसे, , प्राइवेट ट्यूबवेल से पांच पैसे, कृषि गतिविधियों से छह पैसे प्रति यूनिट अतिरिक्त वसूला जाएगा। एलटी उद्योग से 14 पैसे. एचटी उद्योग से 14 पैसे वसला जाएगा।साल में तीन बार बढ़े बिजली के रेट इस वर्ष तीन बार बिजली के रेट बढ़ गए हैं। पहले एक अप्रैल से 2.68 प्रतिशत की वृद्धि बिजली दरों में हुई। इसके बाद ऊर्जा निगम की पुनर्विचार याचिका में आयोग ने दरों में 3.85 प्रतिशत की और वृद्धि कर दी। अब फिर दरें बढ़ा दी गईं। विद्युत नियामक आयोग के अनुमोदन के बाद एमडी यूपीसीएल अनिल कुमार ने एफसीए की नई दरों के अनुसार बिल तैयार किए जाने के आदेश जारी कर दिए हैं।

एक साल में 26 पैसे से 1.11 रुपये तक का झटका बिजली दरों की बढ़ोतरी के मामले में वर्ष 2022 उपभोक्ताओं पर भारी पड़ रहा है। इस बार न्यूनतम 100 यूनिट तक बिजली खर्च करने वालों पर कुल 26 पैसे प्रति यूनिट का भार पड़ा। 200 यूनिट वालों को 51 पैसे, 400 यूनिट वालों को 71 पैसे, कामर्शियल को 1.02 रुपये, एलटी उद्योग को 96 पैसे, एचटी उद्योग को 1.11 रुपये प्रति यूनिट का चुकाना पड़ा।

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button