स्कूल से गायब मिली शिक्षिका, अपनी जगह ‘ध्याड़ी’ पर रखा था ‘टीचर’
पौड़ी गढ़वाल। जब शिक्षक ही शिक्षा व्यवस्था का मजाक बना कर रख दें तो फिर बच्चों का भविष्य चौपट नहीं तो क्या होगा ? कुछ ऐसे ही हालात उत्तराखंड के पौड़ी जिले के एक सरकारी प्राइमरी स्कूल में देखने को मिले हैं, जहां कार्यरत शिक्षिका ने खुद की जगह पर एक अन्य महिला को ‘पढ़ाने के काम’ पर रखा हुआ था। जिले के मुख्य शिक्षा अधिकारी द्वारा स्कूल में मारे गए छापे से इस अंधेरगर्दी का खुलासा हुआ है।
बीते रोज पौड़ी जिले के मुख्य शिक्षा अधिकारी डॉ. आनंद भारद्वाज ने थलीसैंण ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय बग्वाड़ी का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान डॉ. भारद्वाज ने पाया कि विद्यालय में कार्यरत प्रभारी प्रधानाचार्या शीतल रावत स्कूल से गायब हैं और उन्होने अपने स्थान पर एक स्थानीय युवती को अध्यापन कार्य के लिए रखा हुआ है।
पूछताछ में पता चला कि उक्त युवती को शिक्षिका शीतल रावत द्वारा प्रतिमाह 2500 रुपये दिए जाते हैं। प्रधानाचार्या की इस हरकत को गंभीर लापरवाही मानते हुए जिला शिक्षा अधिकारी ने तत्काल उप शिक्षा अधिकारी थलीसैंण को इस प्रकरण की विस्तृत जांच करने के निर्देश दिए, साथ ही संतोषजनक स्पष्टीकरण प्राप्त होने तक प्रधानाध्यापिका के वेतन पर रोक लगाने के आदेश भी दिए। इस खुलासे ने प्रदेश के सरकारी विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था की बदहाली को एक बार फिर उजागर कर दिया है।