खूबसूरती और शांति की मिसाल – बुद्धा टेम्पल
अगर आप भी कही शांतिपूर्ण वातारवरण के ट्रिप प्लान कर रहे हैं, तो ये जगह आपके लिए एकदम परफेक्ट है। बात कर रहे हैं देहरादून के क्लेमेनटाउन में स्थित बुद्धा टेंपल की। जहाँ न सिर्फ देश के बल्कि विदेशों से भी पर्यटक आकर शांति पाते हैं। दूर-दूर तक लोगों के बीच ये बुद्धा टेम्पल बहुत ही लोकप्रिय है। इसको मिंड्रोलिंग मोनेस्ट्री के नाम से भी जाना जाता है।
इस साल में शुरू हुआ इस भव्य मंदिर का निर्माण-
बात अगर इसके इतिहास कि करें तो इसका निर्माण 1965 में शुरू हुआ था। और जानकारों की माने तो मंदिर को गोल्डेन कलर देने के लिए पचास कलाकारों को तीन साल का लंबा वक्त लगा था। यहां भगवान बुद्ध के साथ ही गुरु पद्मसंभव की विशाल प्रतिमाएं भी मौजूद हैं।
बुद्ध की 103 फीट ऊंची है प्रतिमा-
सबसे खास बात यह है कि मठ के अंदर बुद्ध की 103 फीट ऊंची प्रतिमा है, जो पर्यटकों का ध्यान खूब आकर्षित करती है। ये टेंपल देहरादून आइएसबीटी से सहारनपुर मार्ग पर सात किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। जहाँ पहुँचने के लिए आप विक्रम का सहारा भी ले सकते हैं। जोकि हर पांच मिनट में आपको मिल जाएगा।
पर्यटकों की लगी रहती है भीड़-
बड़े क्षेत्र में तीन मंजिला बुद्धा टैंपल के दर्शन के लिए सुबह से ही लोग पहुंचते रहते हैं, और शाम होते होते यहां बहुत भीड़ बढ़ जाती है। हरे भरे मैदान और जंगल से सटे इस मंदिर परिसर में अलग अलग जगहों पर कुर्सियां भी लगी हैं, जहां आप बैठकर आनंद भी उठा सकते हैं। लोग यहां आकर सेल्फी के साथ इस पल को और ज्यादा यादगार बनाते हैं।
आप भी उठाएं इसका लुफ्त-
इसके दौरान अगर आपको भूख लगती है तो उसके लिए भी आपको फिकर करने कि ज़रूरत नहीं है, क्यंकि मंदिर से बाहर निकलते ही सड़क किनारे कई खाने पीने की दुकान हैं। जहां से आप अपनी पसंद के व्यंजन का लुफ्त उठा सकते हैं। शांत वातावरण और हरियाली से भरे इस मंदिर का अदभुत दृश्य टूरिस्ट को अपनी ओर आकर्षित करता है। तो आप भी एक बार यहाँ आकर बुद्ध टेम्पल की खूबसूरती का प्रमाण बनें, और इसके शांत वातावरण का आनंद ले।