खेल दिवस के अवसर पर प्रदेश में किया गया मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाडी उन्नयन योजना का शुभारम्भ
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और खेल मंत्री श्रीमती रेखा आर्या ने किया मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाडी उन्नयन योजना का शुभारम्भ प्रदेश में मलखंब खेल को भी किया जायेगा खेल नीति में शामिल-मुख्यमंत्री सरलीकरण,समाधान और निस्तारण के साथ सरकार कर रही हर काम-मुख्यमंत्री खेल छात्रवर्ती योजना के जरिये खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने का किया जायेगा काम -रेखा आर्या प्रदेश के हर जिले से 150 बालक और 150 बालिकाओं को किया गया चिन्हित-रेखा आर्या खेल मंत्री रेखा आर्या ने खिलाड़ियों को किये 1500रुपये के खेल छात्रवर्ती के चैक वितरित
देहरादून: आज राष्ट्रीय खेल दिवस के सुअवसर पर देहरादून स्थित पुलिस लाइन में खेल विभाग द्वारा भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर प्रदेश के यशश्वी मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी ने तो वहीँ अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में खेल मत्रीं रेखा आर्या ने शिरकत की. कार्यक्रम की अध्यक्षता धर्मपुर विधायक विनोद चमोली ने की. कार्यक्रम का दीप प्रज्वलन कर शुभारंभ किया गया. राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जीऔर खेल मंत्री रेखा आर्या ने मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाडी उन्नयन योजना का विधिवत शुभारंभ किया. वही इस कार्यक्रम में राज्य के सभी 13 जनपदों से चुने गए 8 से 14 वर्ष तक के प्रतिभावान खिलाडी उपस्थित रहे.
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए धर्मपुर विधायक विनोद चमोली ने कहा की वह भी स्वयं किसी समय एक खिलाडी रह चुके हैं और वह इस बात को भली भांति समझते हैं कि उत्तराखंड राज्य के खिलाड़ियों को किन -किन समस्याओं का सामना करना पड़ता है.उन्होंने खेल छात्रवर्ती योजना कि प्रसंशा करते हुए कहा कि निश्चित रूप से यह योजना प्रदेश के प्रतिभावान खिलाड़ियों को उनके खेल में आ रही आर्थिक दिकतों को दूर करने में मदद करेगी .
कार्यक्रम में अति विशिष्ठ अतिथि के रूप में पहुंची खेल मंत्री रेखा आर्या का सभी खिलाड़ियों द्वारा जोरदार स्वागत किया गया.अपने उद्भोधन में खेल मंत्री ने सर्वप्रथम सभी का अभिवादन किया.खेल मंत्री ने कहा कि आज हमारे लिए यह गर्व का विषय है कि राष्ट्रीय खेल दिवस, जिस दिन हम सब ध्यानचंद जी की जयंती मनाते हैं आज उसी सुअवसर पर हमारी सरकार खिलाड़ियों के लिए एक अभूतपूर्व कदम उठाने जा रही है.उन्होंने सर्वप्रथम सभी को मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाडी उन्नयन योजना की शुभकामनाये दी.
खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा की खेल छात्रवर्ती योजना से जिसमे की 8 से 14 वर्ष तक के बालक और बालिकाएं शामिल हैं यह आने वाले समय में एक मील का पत्थर साबित होगा.उन्होंने सभी अविभावको से अपील करते हुए भी कहा की इस धनराशि को पेंशन ना समझें यह धनराशि जो की एक वर्ष तक प्रतिमाह दी जाएगी यह खिलाड़ियों के खेल में आ रही आर्थिक बाधा को दूर करने के लिए है.
खेल मंत्री रेखा आर्या ने साथ ही कहा की आने वाले समय में हम खिलाड़ियों को नौकरियों में 4 प्रतिशत क्षेतिज आरक्षण देने पर भी विचार कर रहे हैं चूँकि अभी यह मामला माननीय न्यायालय में लंबित है इसलिए अभी इसके अध्ययन के निर्देश अधिकारियो को दिए गए हैं. स्पोर्ट्स डेवलपमेन्ट फण्ड के बारे में खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि जल्द ही राज्य में स्पोर्ट्स डेवलपमेन्ट फंड बनाया जाएगा जिसका प्रस्ताव बनाने के निर्देश भी विभाग के अधिकारियो को दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि इस फंड के बन जाने से खेल विभाग आर्थिक रूप से मजबूत भी होगा और साथ ही हमारे खिलाड़ियों को दी जाने वाले सुविधाओं में बढ़ोतरी भी होगी.इस फंड को csr के जरिये अर्जित किया जायेगा . इस दौरान खेल मंत्री ने दूर दराज क्षेत्रों से आये बच्चों से उनका हाल चाल भी जाना.
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी ने कहा कि उनकी सरकार सदैव जनता के साथ है और प्रतिभावान खिलाड़ियों को मिलने जा रही इस खेल छात्रवर्ती से आने वाले समय में राज्य के खिलाडी राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अच्छा पर्दशन करेंगे. उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को हर माह यह खेल छात्रवर्ती मिलेगी जिससे उनके खेल में आ रही आर्थिक अड़चन अवश्य दूर होगी.इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी ने नई खेल नीति में मलखंब खेल को शामिल करने बात भी कही.कार्यक्रम के उपरांत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी एवं खेल मंत्री रेखा आर्या जी ने हर जिले से आये उदीयमान खिलाड़ियों को 1500 रुपये के खेल छात्रवर्ती के चैक भी वितरित किये.
साथ ही मुख्यमंत्री ने प्रदेश के खिलाड़ियों के उन्नयन के लिए कई अन्य घोषणाएं भी की।मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल विभाग में खेल प्रशिक्षकों की कमी को देखते हुए जल्द ही प्रदेश के प्रत्येक जनपद में 08-08 विभागीय खेल प्रशिक्षकों की नियुक्ति की जायेगी खिलाड़ियों को त्वरित नियमानुसार वित्तीय लाभ दिये जाने के लिए मुख्यमंत्री खेल विकास निधि की भी स्थापना की जायेगी.साथ ही उत्तराखण्ड खेल विभाग के कॉन्ट्रैक्ट प्रशिक्षकों को भारतीय खेल प्राधिकरण के कॉन्ट्रैक्ट प्रशिक्षकों के समान ही मानदेय धनराशि दी जायेगी. मुख्यमंत्री ने यह भी एलान किया कि प्रदेश में मलखंब खेल को भी खेल नीति में शामिल किया जायेगा वहीं पूर्व की भांति राज्याधीन सेवाओं में कुशल खिलाड़ियों को 4 प्रतिशत आरक्षण पुनः लागू किये जाने का प्रयास किया जायेगा.इस अवसर पर खेल विभाग के अधिकारीगण एवं सभी खिलाड़ियों के अभिवावकगण उपस्थित रहे.