चारधाम यात्रा : उत्तराखंड में तीर्थयात्रियों के लिए अच्छी खबर, ऑनलाइन पंजीकरण की अनिवार्यता खत्म
देहरादून- चारधाम यात्रा करने ऑनलाइन पंजीकरण की अनिवार्यता खत्म कर दी है। धामी सरकार ने यात्रियों को राहत देते हुए बड़ा फैसला लिया है। चारधाम यात्रा के लिए अब आपको ऑनलाइन पंजीकरण कराने की जरूरत नहीं होगी। श्रद्धालुओं की सुविधा और तीर्थयात्रियों की संख्या में कमी आने पर शासन द्वारा ऑनलाइन पंजीकरण की अनिवार्यता को खत्म कर दिया गया है। चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या में कमी आने से पंजीकरण में ढील दी गई है। अगर कोई यात्री ऑनलाइन पंजीकरण नहीं करा पाए तो भी वह यात्रा पर आ सकते हैं, उनका मौके पर ऑफलाइन पंजीकरण हो जाएगा। इस बार चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की गई थी। अब श्रद्धालुओं की संख्या में कमी आने पर ऑनलाइन पंजीकरण की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है। गौरतलब है कि अधिक संख्या में श्रद्धालुओं के आने के कारण व्यवस्था बनाने के लिए हर धाम में एक संख्या निर्धारित की गई थी। मानसून से पहले ही चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या कम होने लगी है। पीक समय में बदरीनाथ, केदारनाथ में जहां 18 से 20 हजार श्रद्धालु पहुंच रहे थे, अब ये संख्या सात से दस हजार रह गई है। यात्रा पंजीकरण में भी 50 फीसदी की कमी आई है। बदरीनाथ धाम में पांच से दस जून के बीच हर दिन 18 से 20 हजार श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे थे, जबकि यात्रा के लिए हर दिन 20 से 22 हजार पंजीकरण केवल बदरीनाथ की यात्रा के लिए हो रहे थे। अब यहां यहां हर दिन सात से दस हजार श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। मंगलवार को बदरीनाथ धाम में 7210 श्रद्धालु पहुंचे। जबकि अब पंजीकरण भी 12 से 15 हजार के बीच ही हो रहे हैं।