चिटहेरा (ग्रेटर नोएडा): सबसे बड़ा सवाल! सिर्फ खरीददार ही सह आरोपी क्यों?
देहरादून- दादरी पुलिस ने केवल खरीदारों को आरोपी बनाया जबकि जमीन की खरीद फरोख्त में उत्तर प्रदेश के तत्कालीन राजस्व और प्रशासनिक अधिकारियों को मामले से बाहर रखा। भू घोटाले के मुख्य आरोपी यशपाल तोमर ने किस षड़यंत्र से जमीन एससी लोगों से हथियाई यह जांच का विषय है, लेकिन जमीन के उचित दाम देकर कानून रजिस्ट्री करवाने वाले खरीदार भी आरोपी बनाए जाने से सवाल उठ खड़े हो रहे हैं। अगर यह खरीद वैधानिक नहीं है तो ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के तत्कालीन अफसरों ने उसका अधिग्रहण किस आधार पर किया। ऐसे में तो उस दौरान वहां तैनात रहे अफसर भी आरोपी होने चाहिए। लेकिन इस पूरे प्रकरण की टाइमिंग कुछ और ही इशारा कर रही है। उत्तराखंड की राजनीतिक और ब्यूरोक्रेटिक हस्तियां, जो सीएम धामी के करीबी हैं उनको अप्रत्यक्ष रूप से घेरकर चंपावत चुनाव प्रभावित करने की चाल भी हो सकती है।