नैनीताल में चमत्कारी मां का हर वर्ष लगता है मेला, हजारों साल पुराना है मां नैना देवी का मंदिर…
नैनीताल। खूबसूरत पहाड़ियों से घिरे सरोवर नगरी नैनीताल में स्थित मां नैना देवी मंदिर हजारों साल पुराना है। नैना देवी मंदिर में हजारों भक्त मां नंदा देवी के दर्शन करने और अपनी मनोकामनाएं पूरी करने आते है। ऐसा माना जाता है कि नैना देवी मंदिर के दर्शन मात्र के से ही नेत्र रोगों से छुटकारा पाया जा सकता है। नैना देवी मंदिर का इतिहास बहुत पुराना है जो 1880 में प्राकृतिक आपदा के प्रभाव से नष्ट हो गया था जिसके बाद नैना देवी मंदिर का पुनः निर्माण करवाया गया।
पौराणिक ग्रंथों के अनुसार जब भगवान शिव माता सती के मृत शरीर को कैलाश लेकर जा रहे थे तब माता सती का एक नेत्र नैनीताल पर गिर गया था। इसी वजह से इस स्थान पर मां सती के नेत्रों के आकार जैसी झील का निर्माण हुआ। झील के किनारे नैना देवी मंदिर स्थित है। नैनीताल की खूबसूरत पहाड़ियों के नीचे और नैनी झील के किनारे स्थित नैना देवी मंदिर जिसे 64 शक्तिपीठ में गिना जाता है।
नैनीताल नैना देवी मंदिर लगभग पांच सौ साल पुराना जो तल्लीताल बस स्टैंड से लगभग 1km की दूरी पर स्थित है। नैनीताल में प्रति वर्ष मां नैना देवी महोत्सव (मेले) का आयोजन किया जाता है जहां हजारों भक्त आकर मां नैना देवी के दर्शन करके मेले का आनंद लेते है। नैना देवी का यह मेला लगभग 8 दिन तक लगता है व नंदा अष्टमी के दिन माँ नैना देवी मंदिर में भक्त मां के दर्शन करते है जिसके बाद नवमी के दिन देवी माँ का डोला उठा कर नैनी झील के चारों ओर घुमाया जाता है और अंत में झील में विसर्जित कर दिया जाता है।
पिछले 1 से 2 सालों से कोरोना महामारी के चलते मेले का आयोजन नहीं किया गया है लेकिन भविष्य में आपको कभी नैनीताल आने का अवसर मिले तो माँ नैनीताल नैना देवी मंदिर के दर्शन कर माँ नैना देवी का आशीर्वाद अवश्य लें।