एन चंद्रबाबू नायडू को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया
371 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार मामले में आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू को शनिवार तड़के गिरफ्तार किया गया था। रविवार को कोर्ट ने उनको न्यायिक हिरासत में भेज दिया ।
371 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार मामले में आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और तेलुगू देशम पार्टी (TDP) के अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी के बाद से ही आंध्र प्रदेश में बवाल मचा हुआ है । मामला एक पूर्व मुख्यमंत्री से जुड़े होने के कारण हाई प्रोफाइल और संवेदनशील भी है । एक तरफ जहां चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी के कार्यकर्ता उनकी गिरफ़्तारी के खिलाफ लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे है तो वही मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी की पार्टी, वाईएसआर कांग्रेस ने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए, अपने कार्यकर्ताओ से चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी का जश्न नहीं मनाने को कहा है।
तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के अन्य शीर्ष नेता भी आंध्र प्रदेश राज्य कौशल विकास निगम से जुड़े कथित घोटाले में आरोपी हैं । आंध्र प्रदेश राज्य कौशल विकास निगम को चंद्रबाबू नायडू के मुख्यमंत्री काल में स्थापित किया गया था । मामले की जांच कर रही सीआईडी के अनुसार इस मामले में आंध्र प्रदेश के बेरोजगार युवाओं को कौशल प्रदान करने के लिए आए पैसे की कथित तौर पर हेराफेरी की गई।
शनिवार तड़के गिरफ्तार किए गए नायडू को रविवार सुबह करीब 6 बजे विजयवाड़ा में एसीबी कोर्ट में पेश किया गया , जहां कई घंटों की बहस और विचार-विमर्श के बाद कौशल विकास निगम घोटाले में फैसला सुनाया गया। न्यायाधीश ने नायडू को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया और पूर्व सीएम को राजमुंदरी सेंट्रल जेल ले जाने का सुझाव दिया।
#WATCH | Andhra Pradesh: Amid heavy security, former CM N Chandrababu Naidu was taken to Rajahmundry Central Prison. He was sent to judicial custody till September 23 in a corruption case earlier today. pic.twitter.com/gR8jLwq6WN
— ANI (@ANI) September 10, 2023
अदालत द्वारा हिरासत का आदेश आने के तुरंत बाद, तेलुगु देशम पार्टी ने अपने नेता की गिरफ्तारी के विरोध में सोमवार को राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया।
नायडू के वकीलों ने एसीबी कोर्ट में तर्क दिया कि चूंकि वह कथित अपराधों के समय मुख्यमंत्री थे, इसलिए उनकी गिरफ़्तारी / जांच के लिए आंध्र प्रदेश के राज्यपाल की मंजूरी जरूरी है जिसको अदालत ने खारिज कर दिया । आंध्र प्रदेश पुलिस के अपराध जांच विभाग ने कहा कि नायडू पूछताछ के दौरान सहयोग नहीं कर रहे थे और सवालों का अस्पष्ट जवाब दे रहे थे । नायडू को कथित घोटाले में “मुख्य साजिशकर्ता और लाभार्थी” के तौर पर नामित किया गया है।
पूर्व सीएम को सीआईडी ने शनिवार सुबह करीब 6 बजे नंदयाला के ज्ञानपुरम में एक मैरिज हॉल से गिरफ्तार किया था।