गिरफ्तार पर किया गया था 50 हजार रूपए का ईनाम घोषित
देहरादून। यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में पचास हजार के ईनामी को एसटीएफ की टीम ने गिरफ्तार किया है। मामले में ये 47वें आरोपी की गिरफ्तारी है। आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।
पुलिस अधीक्षक एसटीएफ चंद्र मोहन सिंह ने बताया कि यूकेएसएसएससी की ओर से कराई गई स्नातक स्तरीय परीक्षा 2021 में एसटीएफ की विवेचना से प्रकाश मे आए आरोपी कसान खान निवासी मोहल्ला हुसैनी थाना रसूलपुर, जिला फिरोजाबाद, उत्तरप्रदेश की गिरप्तारी पर 50 हजार रूपये का ईनाम विगत वर्ष में घोषित किया गया था, तब से एसटीएफ की टीमें लगातार इस अभियुक्त की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही थी। एसटीएफ की टीमें इस आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लगातार उसके संभावित ठिकानों पर विगत वर्ष से छापेमारी कर रही थी लेकिन सफलता हासिल नहीं हो पा रही थी। ऐसे में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल द्वारा कसान खान की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ की टीमों को मैन्युअल सूचनाओं को संकलित करने के निर्देश दिए। जिसके फलस्वरूप एसटीएफ को विगत एक सप्ताह पहले कसान खान के अलीगढ़ में छिपे होने की सूचना मिली थी, जिस पर एसटीएफ की एक टीम को तत्काल जनपद अलीगढ़ उत्तर प्रदेश भेजा गया, जहां पर पिछले 7 दिनों से एसटीएफ की टीम द्वारा आरोपी कसान को मोहल्ला जमालपुर, जनपद अलीगढ़ उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। आरोपी को गिरफ्तार कर देहरादून लाया गया है, जिससे पूछताछ कर जेल भेजा गया है। पुलिस अधीक्षक एसटीएफ चंद्र मोहन सिंह ने बताया कि यूकेएसएसएससी आयोग द्वारा स्नातक स्तरीय परीक्षा 2021 सचिवालय रक्षक भर्ती परीक्षा, वन दरोगा ऑनलाइन भर्ती परीक्षा एवं ग्राम पंचायत विकास अधिकारी चयन परीक्षा 2016 में हुई धांधली को लेकर दर्ज अलग-अलग 4 मुकदमों की विवेचना एसटीएफ द्वारा की गई है। सभी मुकदमों में आरोप पत्र न्यायालय को प्रेषित किए जा चुके हैं।
रूपेंद्र जायसवाल और सादिक मुशा के कहने पर किए थे पेपर लीक
कसान खान ने पूछताछ में बताया कि मेरी बहन की शादी फरवरी2022 में होनी थी। मैं साल 2018 से आरएमएस कंपनी में बतौर पेपर पैकिंग, नूमेरिक टायपिंग और प्रिंटिंग मशीन में काम करता था। मेरे द्वारा आरएमएस कंपनी मे काम करने वाले रूपेंद्र जायसवाल और सादिक मुशा के कहने पर उत्तराखंड में 4/5 दिसंबर 2021 को होने वाले स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा के पेपर को 4 से 5 लाख रुपए के लालच में कंपनी के अंदर पेपर पैकिंग के दौरान अपने कपड़ों में छिपाकर बाहर लाकर रुपेंद्र जायसवाल और सादिक मूशा को दे दिया था। फिर इस केश का पता लगा तो में घर छोड़ कर भाग गया। अपनी फ़रारी के दौरान में आगरा, दिल्ली, अलीगढ़, अजमेर आदि स्थानों में भेष बदलकर रहा। गौरतलब है कि उत्तराखंड एसटीएफ द्वारा 4 मामलों की विवेचना में यूकेएसएसएससी द्वारा आयोजित कराई गई स्नातक स्तरीय परीक्षा 2021 परीक्षा की धांधली में अब तक 47, वन दरोगा की परीक्षा में 8, सचिवालय रक्षक परीक्षा में 1 एवं ग्राम पंचायत विकास अधिकारी चयन परीक्षा वर्ष 2016 में 6 कुल 62 आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है।