ब्रॉडकास्टिंग को बेहतर करना हमेशा एआईएफएफ का प्रयास रहा है : शाजी प्रभाकरन
नई दिल्ली, 22 अगस्त (आईएएनएस)। कई आई-लीग क्लबों ने 10 अगस्त को अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) को एक पत्र लिखकर आई-लीग मैचों के फ्री ब्रॉडकास्टिंग के संबंध में कुछ प्रस्ताव रखे थे। यह मुद्दा काफी पुराना है। क्लबों का मानना है कि फ्री ब्रॉडकास्टिंग से भारतीय फुटबॉल का विकास होगा।
इस साल की शुरुआत में सुपर कप क्वालीफाइंग दौर के मैचों, जिसमें ज्यादातर आई-लीग टीमें शामिल थी, का प्रसारण नहीं किया गया था, जिससे क्लबों ने उनके साथ किए गए इस व्यवहार पर नाराजगी व्यक्त की थी। पिछले साल एआईएफएफ ने सभी आई-लीग क्लबों से ब्रॉडकास्टिंग फीस ली थी।
एआईएफएफ को संबोधित पत्र में कई आई-लीग क्लबों ने पारदर्शी प्रसारण और खुली निविदा प्रक्रिया का आग्रह किया।
आईएएनएस ने एआईएफएफ के महासचिव शाजी प्रभाकरन से यह जानने के लिए बात की कि फेडरेशन आई-लीग मैचों के प्रसारण के बारे में क्या निर्णय लेने जा रहा है और क्या आई-लीग क्लबों के प्रस्ताव खेल के संचालन निकाय को स्वीकार्य हैं।
एक पत्र प्राप्त होने की पुष्टि करते हुए, प्रभाकरन ने कहा कि फेडरेशन को नियमित रूप से क्लबों से विभिन्न प्रस्तावों का सुझाव देने वाले ऐसे पत्र मिलते हैं और उन पर पूरी गंभीरता से विचार किया जाता है। इस पत्र पर भी उसी तरह विचार किया जाएगा।
हालांकि उन्होंने स्पष्ट रूप से यह नहीं बताया कि आई-लीग क्लबों की फ्री ब्रॉडकास्टिंग मांग के बारे में क्या किया जाएगा। लेकिन उन्होंने यह जरूर कहा कि हम अपने सहयोगियों से बात कर रहे हैं और हम जल्द ही इस मामले में निर्णय को अंतिम रूप देंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रसारण की गुणवत्ता बढ़ाना एआईएफएफ का हमेशा से प्रयास रहा है और इस सीजन में भी कुछ अलग नहीं होगा।
पत्र में, आई-लीग क्लबों ने अनुरोध किया जो आई-लीग मैचों के प्रसारण और लीग की समग्र अखंडता से संबंधित है। पत्र में यह भी आग्रह किया गया कि क्लबों के प्रस्ताव निष्पक्षता, पारदर्शिता और भारतीय फुटबॉल की बेहतरी की भावना के अनुरूप हों।
–आईएएनएस
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