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ताइवान की ‘स्वतंत्रता’ के खिलाफ है नेपाल, संयुक्त बयान में चीन के रूख का समर्थन

काठमांडू, 26 सितम्बर (आईएएनएस)। चीन के सुर में सुर मिलाते हुए नेपाल ने मंगलवार को कहा कि वह ताइवान की आजादी के खिलाफ है। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल की चीन की आधिकारिक यात्रा के दौरान जारी 13 पेज लंबे संयुक्त बयान के अनुसार, नेपाली पक्ष ने एक-चीन सिद्धांत के प्रति अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता दोहराई।

अब तक एक चीन नीति का हमेशा ही समर्थन करता आ रहा नेपाल यह मानता है कि ताइवान भी चीन का अविभाज्य अंग है, और नेपाल किसी भी प्रकार से ताइवान की स्वतंत्रता का समर्थन नहीं करता है।

नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल 23 सितंबर को न्यूयॉर्क से चीन पहुंचे। उन्होंने हांगझोऊ में 19वें एशियाई खेलों के मौके पर चीनी राष्ट्रपति के साथ बातचीत की।

सोमवार को पीएम दहल ने अपने चीनी पीएम ली कियांग से मुलाकात की और सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित 12 विभिन्न समझौतों पर हस्ताक्षर किए।

बयान के अनुसार, नेपाल-चीन ने विकास और समृद्धि के लिए टिकाऊ मित्रता की विशेषता वाले सहयोग की रणनीतिक साझेदारी को स्वीकार किया है, जिसे 2019 में राष्ट्रपति शी की नेपाल की यात्रा के दौरान बयान में शामिल किया गया था।

दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि विकास और समृद्धि के लिए मित्रता की विशेषता वाले चीन-नेपाल रणनीतिक सहयोग साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए पीएम दहल की यात्रा बहुत महत्वपूर्ण है।

संयुक्त बयान में चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) पर भी बात की गई, जहां यह जिक्र किया गया कि दोनों पक्ष उच्च गुणवत्ता वाले बेल्ट एंड रोड सहयोग को आगे बढ़ाएंगे और विभिन्न क्षेत्रों में पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग को गहरा और विस्तारित करेंगे।

संयुक्त बयान के अनुसार, चीन के बीआरआई को लेकर भी चर्चा की गई है। जल्द ही दोनों देश आपसी सहमति के आधार पर बीआरआई कार्यान्वयन समझौते पर हस्ताक्षर कर इसको आगे बढाएंगे।

वे बंदरगाहों, सड़कों, रेलवे, वायुमार्ग और ग्रिड जैसे क्षेत्रों में क्रमबद्ध तरीके से कनेक्टिविटी को मजबूत करने, संयुक्त रूप से ट्रांस-हिमालयन मल्टी-डायमेंशनल कनेक्टिविटी नेटवर्क का निर्माण करने, सहयोग परियोजनाओं और कंपनी कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करने पर सहमत हुए।

चीन ने कहा कि वह नेपाल की स्‍वतंत्रता, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का पूरा समर्थन करता है। नेपाल ने कहा कि वह चीन के जीडीआई योजना में शामिल होगा जो विकास को बढ़ावा देने के लिए है। चीन और नेपाल के बीच ऊर्जा और सीमापार ट्रांसमिशन लाइन पर सहमति बनी।

चीन ने नेपाल के साथ सीमा व्‍यापार प्‍वाइंट को फिर से खोलने पर सहमति जताई। चीन ने नेपाल को रेलवे और हाइवे पर भी सहयोग का वादा किया। चीन अब नेपाल के पोखरा एयरपोर्ट पर उड़ानों के संचालन में मदद देगा।

दोनों पक्ष चीन-नेपाल सीमा का संयुक्त निरीक्षण करने पर सहमत हुए। वे सीमा प्रबंधन प्रणाली पर चीन सरकार और नेपाल सरकार के बीच समझौते को जल्द से जल्द लागू करने पर भी सहमत हुए।

नेपाल और चीन तीन स्तरों पर सीमा संपर्क प्रणाली की स्थापना पर बीजिंग में सार्वजनिक सुरक्षा मंत्रालय और काठमांडू में गृह मंत्रालय के बीच प्रोटोकॉल पर परामर्श जारी रखने पर भी सहमत हुए, ताकि दोनों देश सीमा प्रबंधन और सहयोग के स्तर को ऊंचा किया जा सके।

–आईएएनएस

एफजेड

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