कैंसर रोगियों में ब्‍लड क्‍लोटिंग का खतरा बढ़ाता है कोविड: अध्ययन

न्यूयॉर्क, 19 अगस्त (आईएएनएस)। एक अध्ययन के अनुसार, कोविड-19 के कारण अस्पताल में भर्ती कैंसर रोगियों और कैंसर रोधी दवाएं लेने वालों में शिराओं से संबंधित थ्रोम्बोएम्बोलिज्म (वीटीई) विकसित होने का खतरा बढ़ सकता है – जो नसों में संभावित रूप से गंभीर खून के थक्‍के बना सकते हैं।

जेएएमए ऑन्कोलॉजी में प्रकाशित अध्ययन से पता चला है कि सिस्टमिक एंटी-कैंसर उपचार लेने वालों में वीटीई का जोखिम यह उपचार नहीं लेने वालों की तुलना में 33 प्रतिशत अधिक था।

कैलिफोर्निया, सिनसिनाटी, टेक्सास विश्वविद्यालयों के शोधकर्ताओं ने कहा, हालांकि, दवाएं धमनी से संबंधित थ्रोम्बोम्बोलिज्म के उच्च जोखिम से जुड़ी नहीं थीं।

उन्होंने पेपर में लिखा, “ये निष्कर्ष कैंसर के रोगियों में कोविड-19 संबंधित थ्रोम्बोएम्बोलिज्म से जुड़ी रुग्णता और मृत्यु दर को रोकने के लिए करीबी निगरानी और शायद व्यक्तिगत थ्रोम्बोप्रोफिलैक्सिस की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हैं।”

अध्ययन के लिए, पूरे अमेरिका की टीम ने दुनिया भर के 4,988 कैंसर रोगियों के डेटा का विश्लेषण किया, जिनमें मार्च 2020 से दिसंबर 2021 तक कोविड संक्रमण की पुष्टि हुई थी।

उन्होंने उन 1,869 रोगियों की तुलना जिन्हें कोविड-19 से पहले तीन महीनों में एंडोक्राइन थेरेपी, इम्युनोमोड्यूलेटर और कीमोथेरेपी जैसी प्रणालीगत कैंसर-रोधी थेरेपी मिली थी, उन लोगों से की जिन्हें ये थेरेपी नहीं मिली थी।

उन्होंने यह भी पाया कि थ्रोम्बोम्बोलिक घटनाओं (टीईई) वाले रोगियों में आईसीयू में भर्ती होने की दर 46 प्रतिशत और यांत्रिक वेंटिलेशन की जरूरत की दर 31 प्रतिशत अधिक थी।

टीईई वाले रोगियों में मृत्यु का जोखिम खराब शारीरिक क्षमताओं और सक्रिय या प्रगतिशील कैंसर से जुड़ा था।

–आईएएनएस

एकेजे

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button