अंगल्लू मामले में चंद्रबाबू नायडू की बेल पेटीशन पर हाई कोर्ट का फैसला सुरक्षित
अमरावती, 26 सितंबर (आईएएनएस)। आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट ने मंगलवार को अंगल्लू हिंसा मामले में पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू की अग्रिम जमानत याचिका पर अपना आदेश सुरक्षित रख लिया।
नायडू और तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के अन्य नेताओं पर 4 अगस्त को अन्नमया जिले के अंगल्लू गांव में हुई हिंसक घटनाओं के सिलसिले में पुलिस ने हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया था।
चित्तूर जिले के अंगल्लू और पुंगनूर शहर में घटनाएं तब हुईं जब टीडीपी प्रमुख सिंचाई परियोजनाओं की स्थिति देखने के लिए क्षेत्र का दौरा कर रहे थे।
सुनवाई के दौरान नायडू के वकील पी. वेंकटेश्वरलू ने दलील दी कि उनके खिलाफ झूठा मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी वाईएसआर कांग्रेस के नेताओं ने नायडू की यात्रा के दौरान टीडीपी के लोगों पर हमला किया। उन्होंने अदालत को बताया कि सत्तारूढ़ दल के नेताओं द्वारा पथराव के दौरान एनएसजी कमांडो ने नायडू की रक्षा की।
नायडू के वकील ने अदालत के ध्यान में यह भी लाया कि मामले में आरोपी बनाए गए कई लोगों को पहले ही जमानत पर रिहा कर दिया गया था।
पिछले हफ्ते हाई कोर्ट ने पुंगनूर और अंगल्लू हिंसा मामले में टीडीपी के 79 नेताओं को जमानत दे दी थी।
नायडू समेत अन्य 30 टीडीपी नेताओं ने इन दोनों मामलों में अग्रिम जमानत याचिका दायर की है।
9 अगस्त को पुलिस ने अंगल्लू घटनाओं के संबंध में नायडू और अन्य टीडीपी नेताओं पर हत्या के प्रयास, दंगा और आपराधिक साजिश का मामला दर्ज किया था।
मुदिवेदु पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर में चंद्रबाबू नायडू को आरोपी नंबर एक बनाया गया है।
एफआईआर में पूर्व मंत्री देवीनेनी उमा, वरिष्ठ नेता अमरनाथ रेड्डी, एमएलसी भूमिरेड्डी रामगोपाल रेड्डी, नल्लारी किशोर, डी. रमेश, जी. नरहरि, एस. चिन्नाबाबू, पी. नानी और अन्य का नाम भी शामिल है।
नायडू इस समय कौशल विकास घोटाले में न्यायिक हिरासत में हैं।
–आईएएनएस
एसकेपी