सीमेंट के रसायन विज्ञान पर वैश्विक बैठक की मेजबानी की बोली में भारत ने स्विट्जरलैंड को पछाड़ा
नई दिल्ली, 21 सितंबर (आईएएनएस)। भारत ने 2027 में नई दिल्ली में होने वाली प्रतिष्ठित इंटरनेशनल कांग्रेस ऑन केमिस्ट्री ऑफ सीमेंट (आईसीसीसी) की मेजबानी हासिल कर ली है।
भारत के अग्रणी अनुसंधान और शैक्षणिक संस्थान, राष्ट्रीय सीमेंट और भवन निर्माण सामग्री परिषद (एनसीसीबीएम) ने आईआईटी दिल्ली के साथ मिलकर बैंकॉक में चल रहे 16वें आईसीसीसी के दौरान सम्मेलन की संचालन समिति के सदस्यों के समक्ष देश की बोली सफलतापूर्वक प्रस्तुत की।
भारत के अलावा, अन्य बोलीदाता स्विट्जरलैंड और संयुक्त अरब अमीरात से थे। इस निर्णय की घोषणा 20 सितंबर, 2023 को बैंकॉक में हुई बैठक में की गई। भारतीय बोली एनसीसीबीएम के महानिदेशक डॉ एल पी सिंह और आईआईटी दिल्ली के प्रोफेसर (सिविल इंजीनियरिंग) डॉ शशांक बिश्नोई द्वारा प्रस्तुत की गई थी।
सीमेंट के रसायन विज्ञान पर अंतर्राष्ट्रीय कांग्रेस अपनी तरह का सबसे बड़ा और प्रतिष्ठित आयोजन है, जो सीमेंट और कंक्रीट के क्षेत्र में अनुसंधान की प्रगति की समीक्षा करता है। 1918 से कांग्रेस आम तौर पर चार से छह साल के अंतराल पर आयोजित की जाती रही है, जो अकादमिक जगत और सीमेंट उद्योग के बीच एक मजबूत और उपयोगी संबंध प्रदान करती है।
9वीं कांग्रेस का आयोजन 1992 में एनसीसीबीएम द्वारा नई दिल्ली में किया गया था और वर्तमान 16वीं आईसीसीसी 18-22 सितंबर, 2023 तक थाईलैंड के बैंकॉक में आयोजित की जा रही है।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया, “भारत में इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम की मेजबानी करने से हमें दुनिया भर के सीमेंट क्षेत्र के शीर्ष नेताओं, विशेषज्ञों और नवप्रवर्तकों को एक साथ लाने का एक अनूठा अवसर मिलता है।”
भारत का सीमेंट उद्योग 600 मिलियन टन की स्थापित सीमेंट क्षमता के साथ दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा है और दुनिया में सबसे कम कार्बन डाई आक्साइड फुटप्रिंट में से एक है। बैठक में वैश्विक नेताओं और टेक्नोक्रेट्स के विचार-विमर्श में डीकार्बोनाइजेशन, सतत विकास, संचालन में चक्रीय अर्थव्यवस्था, ऊर्जा सुरक्षा, वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों जैसे स्थानीय और वैश्विक मुद्दों के समाधान के लिए भारतीय सीमेंट उद्योग का अनुभव और रूपरेखा शामिल होगी।
–आईएएनएस
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