टाटा स्टील का ब्रिटेन की सरकार के साथ 125 करोड़ पाउंड के निवेश का समझौता
मुंबई, 15 सितंबर (आईएएनएस)। टाटा स्टील यूके और ब्रिटेन की सरकार ने शुक्रवार को पोर्ट टैलबट साइट पर अत्याधुनिक इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस स्टीलमेकिंग में 125 करोड़ पाउंड के निवेश के प्रस्ताव पर एक संयुक्त समझौते की घोषणा की। निवेश में ब्रिटेन की सरकार से 50 करोड़ पाउंड का अनुदान शामिल है।
इस राशि का उपयोग संयंत्र को आधुनिक बनाने और कार्बन उत्सर्जन कम करने के लिए किया जायेगा। यह परियोजना ब्रिटेन की इस्पात सुरक्षा को मजबूत करेगी और यह स्थानीय इस्पात उद्योग में कार्बन उत्सर्जन कम करने की दिशा में पहला बड़ा कदम होगा, जिससे एक दशक में प्रत्यक्ष उत्सर्जन में पांच करोड़ टन की कमी आएगी।
टाटा समूह के अध्यक्ष एन. चंद्रशेखरन ने कहा, “ब्रिटेन सरकार के साथ समझौता इस्पात उद्योग और वास्तव में ब्रिटेन में औद्योगिक मूल्य श्रृंखला के भविष्य के लिए एक निर्णायक क्षण है। महारानी की सरकार और प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के साथ ब्रिटेन में टिकाऊ इस्पात निर्माण के भविष्य के लिए प्रस्तावित संक्रमण मार्ग विकसित करने का काम करना बेहद खुशी की बात है।”
यह परियोजना रणनीतिक, घरेलू स्तर पर उपलब्ध स्क्रैप स्टील का लाभ उठाएगी और ब्रिटेन के भीतर स्थानीय मूल्यवर्धन को बढ़ावा देगी।
प्रस्तावित परियोजना में टाटा स्टील की बैलेंस शीट का पुनर्गठन भी शामिल होगा, जिसमें ब्रिटेन ऑपरेशन में मौजूदा नकदी घाटे और विरासती निवेशों की गैर-नकद हानि को संभावित रूप से समाप्त किया जाएगा।
संक्रमण अवधि और परियोजना चरण के दौरान, टाटा स्टील यूके ग्राहक और बाजार प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए उत्पादों की निर्बाध और विश्वसनीय आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए गहनता से काम करेगा, जिसमें इसकी डाउनस्ट्रीम इकाइयों को खिलाने के लिए स्थिर आपूर्ति श्रृंखलाओं से अतिरिक्त स्टील सब्सट्रेट का आयात भी शामिल है।
टाटा स्टील के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक टी.वी. नरेंद्रन ने कहा, “टाटा स्टील यूके को अपने जीवन के अंत के करीब पहुंच रही भारी सुविधाओं के कारण महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रस्तावित परियोजना, ब्रितानी स्टील उद्योग में सबसे बड़े निवेशों में से एक है। हाल के दशक में सभी हितधारकों के लिए इष्टतम परिणाम का अवसर प्रदान करते हैं। हम टाटा स्टील यूके को हरित, आधुनिक भविष्य के लिए तैयार व्यवसाय में बदलने के लिए काम करेंगे।”
–आईएएनएस
एकेजे